जनपद में पायी जाने वाली मृदा का प्रकार व बोई जाने वाली फसलें
क्र. सं. | मृदा प्रकार | क्षेत्रफल (हे.) | बोई जाने वाली फसलें |
---|---|---|---|
1 | राकर | 21,500 | अरहर, तिल, ज्वार, बाजरा, जौ, गेहूँ, सरसों |
2 | काबर | 1,28,030 | गेहू, सरसों |
3 | मार | 16,500 | तोरिया, राई, दलहन |
4 | पड़ुवा | 1,33,100 | गेहूँ, तिल, ज्वार, बाजरा, जौ |
कृषि विज्ञान केंद्र जनपद हमीरपुर के समस्त विकासखंडों में पूर्ण निष्ठा के साथ किसानों के लिए कार्य कर रहा है। केंद्र की विभिन्न गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण नीचे दिया गया है।
केन्द्र का सर्वप्रमुख उद्देष्य कृषक एवं कृषक महिलाओं, ग्रामीण युवक एवं युवतियों तथा प्रसार कार्यकर्ताओं को समय-समय पर कृषि एवं पशुपालन से सम्बन्धित नई तकनीकी का प्रशिक्षण दिया जाना है। वर्ष 2020-21 में 1315 कृषकों एवं 525 कृषक महिलाओं,165 ग्रामीण युवक एवं युवतियों तथा 170 प्रसार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
वर्ष | किसानों के लिए प्रशिक्षण | महिला कृषक | ग्रामीण युवक | कृषक गोष्ठी | प्रक्षेत्र दिवस | किसान मेला |
---|---|---|---|---|---|---|
2010-11 | संख्या : 62 सहभागी : 1775 |
संख्या : 2 सहभागी : 32 |
संख्या : 3 सहभागी : 130 |
संख्या : 27 सहभागी : 2113 |
संख्या : 5 सहभागी : 280 |
संख्या : 2 सहभागी : 430 |
2011-12 | संख्या : 41 सहभागी : 1198 |
संख्या : 1 सहभागी : 7 |
संख्या : 4 सहभागी : 177 |
संख्या : 22 सहभागी : 1977 |
संख्या : 4 सहभागी : 208 |
संख्या : 1 सहभागी : 116 |
2012-13 | संख्या : 28 सहभागी : 840 |
संख्या : 1 सहभागी : 30 |
संख्या : 3 सहभागी : 150 |
संख्या : 25 सहभागी : 2250 |
संख्या : 3 सहभागी : 123 |
संख्या : 1 सहभागी : 106 |
2013-14 | संख्या : 17 सहभागी : 552 |
संख्या : सहभागी : |
संख्या : 4 सहभागी : 162 |
संख्या : 12 सहभागी : 310 |
संख्या : 4 सहभागी : 208 |
संख्या : 7 सहभागी : 171 |
2014-15 | संख्या : 42 सहभागी : 1174 |
संख्या : 2 सहभागी : 50 |
संख्या : 1 सहभागी : 40 |
संख्या : 3 सहभागी : 310 |
संख्या : 10 सहभागी : 512 |
संख्या : 1 सहभागी : 70 |
2015-16 | संख्या : 10 सहभागी : 311 |
संख्या : सहभागी : |
संख्या : सहभागी : |
संख्या : 13 सहभागी : 747 |
संख्या : 12 सहभागी : 624 |
संख्या : 1 सहभागी : 675 |
2016-17 | संख्या : 21 सहभागी : 530 |
संख्या : 1 सहभागी : 24 |
संख्या : 3 सहभागी : 55 |
संख्या : 15 सहभागी : 1191 |
संख्या : 3 सहभागी : 116 |
संख्या : 1 सहभागी : 125 |
2017-18 | संख्या : 30 सहभागी : 674 |
संख्या : 4 सहभागी : 89 |
संख्या : 2 सहभागी : 34 |
संख्या : 6 सहभागी : 855 |
संख्या : 4 सहभागी : 171 |
संख्या : सहभागी : |
2018-19 | संख्या : 82 सहभागी : 2009 |
संख्या : 14 सहभागी : 370 |
संख्या : 6 सहभागी : 108 |
संख्या : 5 सहभागी : 426 |
संख्या : 6 सहभागी : 169 |
संख्या : सहभागी : |
2019-20 | संख्या : 84 सहभागी : 2198 |
संख्या : 16 सहभागी : 461 |
संख्या : 6 सहभागी : 109 |
संख्या : 28 सहभागी : 2132 |
संख्या : 8 सहभागी : 216 |
संख्या : 2 सहभागी : 456 |
2020-21 | संख्या : 74 सहभागी : 1513 |
संख्या :10 2 सहभागी : 289 |
संख्या :9 सहभागी : 165 |
संख्या : 29 सहभागी : 2790 |
संख्या : 18 सहभागी : 182 |
संख्या : 3 सहभागी : 671 |
इसके अन्तर्गत नव विकसित प्रजातियों, तकनीकों, कृषि रक्षा प्रणाली इत्यादि का कृषक प्रक्षेत्र पर प्रदर्शन करके उन्हें अधिक उपजाऊ तथा सस्ती कृषि तकनीक अपनाने हेतु प्रेरित किया जाता हैे। वर्ष 2020-21 में अनाज, दलहन व सब्जियों का 17 हे0 में 49 प्रदर्शन तथा 2.2 हे0 में चारा फसलों का 37 प्रदर्शन कराये गये हैं।
इसके अन्तर्गत नव विकसित प्रजातियों, तकनीकों, कृषि रक्षा प्रणाली इत्यादि का कृषक प्रक्षेत्र पर परीक्षण करके उन्हें अधिक उपजाऊ तथा सस्ती कृषि तकनीक अपनाने हेतु प्रेरित किया जाता हैे। वर्ष 2020-21 में 3 फसलों की प्रजाति मूल्यांकन हेतु 37 परीक्षण, एक फसल में समेकित कीट प्रबंधन हेतु 22 परीक्षण, 2 फसलों के समेकित रोग प्रबन्धन हेतु 61 परीक्षण, 10 बकरियों में पोषण प्रबंधन हेतु एग्रीमीन फोर्ट + डिवर्मर का परीक्षण, डेरी प्रबंधन हेतु 10 पशुओं में प्रोबाओटिक्स का परीक्षण तथा मूल्य संवर्धन हेतु फोर्टिफाइड गेहूं आटा में 5 परीक्षण कराये गये हैं।
इसके अन्तर्गत नव विकसित प्रजातियों, तकनीकों, कृषि रक्षा प्रणाली इत्यादि का कृषक प्रक्षेत्र पर प्रदर्शन करके उन्हें अधिक उपजाऊ तथा सस्ती कृषि तकनीक अपनाने हेतु प्रेरित किया जाता हैे। वर्ष 2020-21 में दलहनों का 41 हे0 में 103 प्रदर्शन तथा 75 हे0 में तिलहनों का 187 प्रदर्शन कराये गये हैं।
इसमें भा.कृ.अनु.प.-अटारी, विश्वविद्यालय, जनपद स्तरीय विभागाध्यक्ष तथा कृषक सदस्य होते हैं। वर्ष में एक से दो बार बैठक करके केन्द्र की कार्य योजना में सुधार एवं सुझाओं को सम्मिलित करके उन पर कार्य किया जाता है।
वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का निम्न दिनांको में आयोजन किया गया -